CHANDAULI NEWS: नौगढ़ इलाके के रहने वाले परिवार के लोगों की मौत के बाद परिवार की स्थिति को देखकर हर किसी आंख में आंसू आ जा रहे थे। नोएडा-अलीगढ़ राजमार्ग पर हुई सड़क दुर्घटना में बेटे बहू व बच्ची को खोने के बाद लकवा से पीड़ित मां व वृद्ध पिता की स्थिति यह हो गई कि वह एकलौते बेटे, बहू व पोती का शव लाने में आर्थिक रूप से असक्षम दिख रहे थे। उनकी स्थिति देखने के बाद अगले दिन गुरुवार को ग्रामीणों ने आपस में चंदा एकत्रित किया। इसके बाद पिता को अलीगढ़ के लिए रवाना किया जा सका। अब ग्रामीणों ने यह आस लगाई है कि जनप्रतिनिधियों का सहयोग मिल जाए तो शव पैतृक आवास पर आ सके, ताकि रीति-रिवाज के साथ उनके शव का अंतिम संस्कार हो सके।
बताया जा रहा है कि सोनीपत हरियाणा में नौकरी करने वाले रोहित पनिका नोएडा होते हुए होली मनाने के लिए घर आ रहे थे। कहा जा रहा है कि जैसे ही वह अलीगढ़ के पास पहुंचे तो उनकी गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया, जिसमें 3 की मौत हो गयी और एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। नौगढ़ तहसील के जयमोहनी मुसहर बस्ती के निवासी रोहित पनिका पत्नी ललिता व पुत्री उजाला की अलीगढ़- कानपुर मार्ग पर दुर्घटना में मौत की खबर आने के बाद गांव में मातम छा गया। वहीं, पुत्र राजवीर गंभीर रूप से जख्मी होने पर उसका उपचार चल रहा है। मृतक रोहित के पिता शिवप्रसाद मजदूरी करते हैं और पत्नी इंद्रावती आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। पिता लकवा के कारण चलने फिरने में असमर्थ हैं।
गांव के लोगों ने कहा कि परिवार के पास इतना पैसा नहीं की अलीगढ़ पहुंच सकें। यही हाल ललिता के पिता शिवशंकर का भी है। ग्रामीणों ने हर जगह से पैसे इकट्ठा किया व परिवार को दिया, जिससे मृतक के पिता रवाना हुए।
चकिया विधायक कैलाश आचार्य ने एसपी सिटी अलीगढ़ व जिलाधिकारी अलीगढ़ से टेलीफोन पर बात की और कहा कि हादसे में मारे गए परिवार के लोग अत्यंत ही निर्धन हैं, तीनों शव को किसी तरह उनके पैतृक आवास तक भिजवाने में प्रशासन स्तर से मदद करें।
विधायक ने कहा कि अलीगढ़ के डीएम व एसपी ने शव घर तक भेजवाने की व्यवस्था करने की बात कही है। इसके बाद उनके अंतिम संस्कार की व्यवस्था की जाएगी।