चकिया : देश भर में तीनों कृषि कानूनों का विरोध एवं एमएसपी के लिए चल रहे आंदोलन की समाप्ति पर किसान संगठनों ने कहा कि ये ये सिर्फ किसानों की जीत ही नही बल्कि जन आंदोलन की जीत हुई है। चकिया में आयोजित किसान विजय जुलूस में किसानों, खेत मजदूर सभा, मजदूर किसान मंच आदि संगठनों ने किसान आंदोलन को जन आंदोलन बताया और कहा कि इससे किसी भी तानाशाह सरकार को झुकाया जा सकता है। आज चकिया में अखिल भारतीय किसान सभा उत्तर प्रदेश किसान सभा वह मजदूर किसान मंच ने ऐतिहासिक किसान आंदोलन की जीत पर विजय जुलूस निकाला जो गांधी पार्क में आकर संपन्न हुआ। इस मौके पर किसानों ने आपस में मिठाई बांट कर ऐतिहासिक किसान आंदोलन की जीत पर यह कहा किसान आंदोलन ने मोदी शाह की जोड़ी को झुका कर यह उम्मीद फिर जिंदा कर दी है की “जनता लड़ेगी और जनता जीतेगी” ।
वर्तमान सरकार का विरोध करते हुए किसान संगठनों ने कहा कि पूजा और कारपोरेट घरानों के पुरजोर समर्थन के साथ लाए गए तीनों काले कृषि कानूनों को रद्द कराने सहित कई किसानों की मांगों पर सरकार को झुकने पर मजबूर किया। जुलूस में किसान संगठन के नेताओं ने किसानों की जीत पर बधाई देते हुए किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाए साथ ही जब हिटलर कि हिटलर शाही नहीं चली तो मोदी जी की तानाशाही नहीं चलेगी,लड़ रहे हैं और लड़ेंगे , नारा भी दिया।
इस जुलूस में अखिल भारतीय किसान सभा के जिला अध्यक्ष परमानंद कुशवाहा, उत्तर प्रदेश के किसान सभा के राज्य कमेटी सदस्य सुखदेव मिश्रा, मजदूर किसान मंच के राज्य संयोजन समिति सदस्य अजय राय, लालचंद यादव, शंभू नाथ यादव, लोकतंत्र सेनानी रामनिवास पांडे, शिव मूरत राम, लालमणि विश्वकर्मा, जय प्रकाश विश्वकर्मा, बदरुद्दूजा प्रधान, नंदलाल राम, प्रहलाद मिश्रा नरोत्तम चौहान, गुलाब चौहान सहित कई नेता व किसान शामिल रहे।