सदर : गरीबों की बेटियों की शादी के लिए मिलने वाले शादी अनुदान में घोर लापरवाही सामने आई है. मुख्य विकास अधिकारी अभय कुमार श्रीवास्तव द्वारा की गयी जांच में यह खुलासा हुआ है. जनपद के शादी अनुदान योजना में , 2 बच्चों की माँ व कई किशोरियों का भी शादी अनुदान स्वीकृत कर दिया गया है. शादी के फर्जी कार्ड, फर्जी आवेदन पर भी सम्बंधित अधिकारीयों द्वारा अनुदान स्वीकृत किया गया है. इस प्रकरण में सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि, इन आवेदनों की जांच सम्बंधित तहसील के एसडीएम व बीडीओ ने भी की थी व भुगतान के लिए सिफारिश भी की थी.
शादी अनुदान के 300 आवेदन फर्जी निकले
सीडीओ द्वारा की गयी इस जांच में , जिले में शादी अनुदान योजना के 300 आवेदन फर्जी मिले हैं. जांच में पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के 263 में से 137 लाभार्थियों के आवेदन फर्जी मिले हैं वहीँ 10 आवेदन डबल थे. अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के 27 आवेदन अपात्र पाए गए. इसके अलावा समाज कल्याण विभाग के 42 आवेदन फर्जी पाए गये. कुल मिलकर जिले में 300 आवेदन फर्जी पाए गये. विदित हो कि शासन की तरफ से गरीबों की बेटियों की शादी के लिए 20,000 रूपये का अनुदान दिया जाता है.
मुख्य विकास अधिकारी ने सम्बंधित अधिकारीयों द्वारा की गयी इस घोर लापरवाही पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि इस मामले की जांच कराकर सम्बंधित अधिकारीयों/ कर्मचारियों के खिलाफ करवाई की जायेगी. सीडीओ ने कहा कि सभी अपात्र लाभार्थियों का भुगतान पर रोक लगा दी गयी है जबकि पात्र लाभार्थियों के भुगतान की करवाई की जा रही है.