चन्दौली: जिले में करोना वायरस संक्रमण के मामले दिनोंदिन बढ़ते जा रहे हैं. इनकी रोकथाम और जनजागरूकता के लिए अभियान चलाया जा रहा है. ऐसे में ग्रामीणों के स्वास्थ्य जांच के लिए ख़रीदे जा रहे थर्मल स्कैनर और पल्स ऑक्सिमीटर में लाखों रुपए के भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. भ्रष्टाचारियों की इस करतूत से न सिर्फ करोना वायरस के खिलाफ जंग को करारा धक्का लगा है, बल्कि इस नाजुक दौर में जिले के माथे पर भष्टाचार का काला धब्बा भी लगा गया है.
जांच के लिए लिखा मुख्यमंत्री को पत्र
आईपीएफ (रेडिकल) चन्दौली व मजदूर किसान मंच ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर थर्मल स्कैनर और पल्स ऑक्सिमीटर में लाखों रुपए की अनियमितता की जांच की मांग की है. बतौर आईपीएफ (रेडिकल) चन्दौली व मजदूर किसान मंच, आपूर्ति जिला पंचायत राज अधिकारी के कार्यालय का लिपिक, एडीपीआरओ, बीडीओ और सहायक विकास अधिकारी की मिलीभगत से थर्मल स्कैनर और पल्स ऑक्सिमीटर की खरीद में अनियमितता बरती गई है. आईपीएफ (रेडिकल) चन्दौली के प्रवक्ता अजय राय ने इस मामले में सन्दर्भ में तत्काल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. मामला संज्ञान में आने पर डीएम ने जांच समिति गठित कर दस दिन में रिपोर्ट मांगी है.
ये खरीद रहे थे थर्मल स्कैनर और ऑक्सीमीटर
जिले में ग्रामीणों और अन्य शहरों से आए हुए लोगों के स्वास्थ्य की जांच के लिए थर्मल स्कैनर और पल्स ऑक्सिमीटर खरीदने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत को दी गई थी. इस क्रम में पंचायत राज विभाग के अधिकारियों ने एक ही कंपनी से थर्मल स्कैनर और पल्स ऑक्सिमीटर खरीदे. इस खरीद प्रकरण का स्वत : संज्ञान लेते हुए उपनिदेशक पंचायत एके सिंह ने जिलाधिकारी नवनीत चहल को पत्र लिखकर जांच की मांग की है.
एक स्कैनर की कीमत चार हजार रु. से अधिक
जिले की 734 ग्राम पंचायतों और निकायों के 65 वार्डों में नागरिकों के स्वास्थ्य जांच के लिए 1598 थर्मल स्कैनर और पल्स ऑक्सिमीटर ख़रीदे गए हैं. जांच के बाद ही पता लगेगा कि सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों ने कितना धन खर्च किया है.
जिलाधिकारी का कहना है कि
निगरानी समितियों द्वारा ख़रीदे गए थर्मल स्कैनर और पल्स ऑक्सिमीटर में भ्रष्टाचार के आरोप का मामला स्वत : उपनिदेशक पंचायत एके सिंह उठाया है. इसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है. जांच समिति में उद्योग उपायुक्त गौरव मिश्र, जिला पंचायत राज अधिकारी ब्रम्हचारी दुबे और वित्त और लेखाधिकारी (बेसिक शिक्षा ) शामिल हैं.