नौगढ़ विकास खंड के मटवरिया और बोदलपुर गांव मे मनरेगा के तहत एक घर में कई व्यक्तियों के नाम पर 2-2 जॉब कार्ड बनाकर बगैर काम कराए करा दिया डेढ़ लाख का भुगतान। रोजगार सेवक ने अपने नौकरी पेशा भाई,पत्नी,माता-पिता के नाम पर न सिर्फ जॉब कार्ड ही बनवाए बल्कि बिना काम कराए उनके खाते में मजदूरी की सारी रकम भी भिजवा दी,जिसका खुलासा एक स्वयंसेवी संस्था के द्वारा हुआ।इसकी शिकायत मिलने पर पंचायत सचिव उपेंद्र साहनी अभियुक्त के खिलाफ BDO से लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
रोजगार सेवक ने फर्जी काम दिखाकर निकाले रुपये
झुमरिया ग्राम निवासी ग्राम रोजगार सेवक जयप्रकाश जिज्ञासु ने पहले अपने माता-पिता का जाब कार्ड बनवाया,इसके बाद दोनों भाइयों तथा उनकी पत्नियों के नाम पर जाब कार्ड बनवाएं और फिर बिना काम कराए मजदूरी की रकम भी उनके खाते में भिजवा दी। रोजगार सेवक ने मनरेगा के तहत ग्राम पंचायत बोदलपुर और मटवरिया गांव में वित्तीय वर्ष 2017 से अगस्त 21 तक का खेत का समतलीकरण, झाड़ी की सफाई, गौशाला निर्माण में अपनी पत्नी ममता का जाब कार्ड बनवा कर हजारों रुपए खर्च दिखाया है।
वर्ष 17 से अगस्त 21 तक अपनी माँ नारंगी का जाब कार्ड बनवा कर पशु शेड का निर्माण एवं समतलीकरण तथा पौधरोपण में हजारों रुपए का भुगतान दिखाएं। इसके अलावा 2020 में उसने पिता और माता के नाम पर भी जाब कार्ड बनवाएं तथा हजारों रुपए का भुगतान करवाया। यही नहीं बल्कि उसने अपने दोनों भाइयों अरुण कुमार और मनोज के नाम पर भी जॉब कार्ड बनवाएं तथा दोनों भाइयों की पत्नियों के नाम पर भी जाब कार्ड बनवाया और हजारों रुपए का भुगतान करवाया हालांकि रोजगार सेवक जयप्रकाश ने सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया है।