पड़ाव : मंगलवार को चौरहट चौराहे पर कुछ समय के लिए अफरा तफरी मच गयी जब अचानक से सड़क पर ही नोटों की बारिश शुरू हो गयी. नोटों की बारिश के दौरान जिस राहगीर को जितने मिले वो अफरा – तफरी के दौरान लेकर चलते बने . आइये सिलसिलेवार तरीके से जानते हैं कि मंगलवार को यूँ अचानक चौरहट चौराहे पर क्यूँ नोटों की बारिश होने लगी ?
बाइक की चाभी बनाने घर पहुंचे थे ठग
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंगलवार को 2 ठग रामनगर थाना क्षेत्र के रामपुर वार्ड में मुख़्तार अहमद के घर बाइक की चाभी बनाने पहुंचे. मुख़्तार अहमद का बेटा इम्तियाज ठगों से अपनी बाइक की दूसरी चाभी बनवा रहा था. इसी दौरान ठगों ने कहा कि वह आलमारी वगैरा की चाभी भी बनाते हैं. जिस पर इम्तियाज की माँ ने घर की एक आलमारी की चाभी बनाने को कहा. बाइक की चाभी बनाने के बाद ठग आलमारी की चाभी बनाने घर में चले गए.चाभी बनाते – बनाते उनकी नजर आलमारी में रखे एक नोटों की गड्डी पर पड़ी, जिसे उस दोनों ने बड़ी चालाकी से चुरा लिया और अलमारी की चाभी बना कर इम्तियाज की माँ को सौंप दी और चलते बने.
ठगों के जाने पर परिवार को हुआ संदेह
ठगों के जाने पर इम्तियाज के माँ को आलमारी में रखे पैसों को लेकर संदेह हुआ तो उन्होंने तुरंत आलमारी खोल कर रुपयों को खोजा. जब रूपये नहीं मिले तो उहोने तुरंत यह बात अपने पति व बेटे को बताई जिस पर वो लोग तुरंत बाइक से आकर ऑटो स्टैंड पर दोनों के हुलिए बता कर लोगों से पूछने लगे. इसी दौरान एक ऑटो में बैठे ठग पर उनकी नजर पड़ी. इम्तियाज और मुख़्तार को देखते ही ठग ऑटो से निकालकर भागने लगे और गड्डी के नोटों को उड़ाने लगे यह सोच कर कि नोट उड़ते ही अफरा – तफरी मच जायेगी और हम लोग फरार हो जायेंगे लेकिन दोनों पकडे गये. परन्तु इस दौरान ठगों ने लगभग 67 हजार रूपये उड़ा दिए. पीड़ित को सिर्फ 33 हजार रूपये मिले.