चकिया : चकिया ब्लाक के पंचफेड़िया गाँव में अपात्रों को लोहिया आवास देना अधिकारीयों को महंगा पड़ गया हैं. इसके साथ ही साथ अपात्र लाभार्थी को भी लोहिया आवास लेना महंगा पड़ गया है. अपात्रों को लोहिया आवास देने वाले सम्बंधित अधिकारीयों व लोहिया आवास का लाभ लेने वाले अपात्रों से 16.50 लाख की रिकवरी की जायेगी. जिला विकास अधिकारी पद्द्कांत शुक्ल की रिपोर्ट पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ ए के श्रीवास्तव ने बीडीओ को करवाई के निर्देश दिए हैं. इतनी बड़ी करवाई से विभाग में हडकंप मच गया है.
ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन पर शुरू हुई थी जांच
गाँव में अपात्रों को लोहिया आवास दिए जाने के विरोध में , पंचफेड़िया गाँव के ग्रामीणों ने पिछले दिनों कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन किया था. ग्रामीणों ने लोहिया आवास बांटे जाने में अधिकारीयों पर मनमानी का आरोप लगाया था. जिस पर डीएम ने मामले के जांच एडीओ पंचायत व मनरेगा ब्लाक समन्वय से कराई थी. दोनों अधिकारीयों ने अपनी जांच रिपोर्ट में दिखाया कि, लोहिया आवास आवंटन में अपात्रों को आवास नहीं बांटे गये हैं. इन अधिकारीयों की रिपोर्ट में आवास आवंटन में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न होने की बात कही गयी.
क्रॉस चेकिंग में मामला हुआ उजागर
एडीओ पंचायत व मनरेगा ब्लाक समन्वय की जांच के बाद , डीएम ने उनकी रिपोर्ट पर क्रॉस चेकिंग कराई तो पंचफेड़िया गाँव के 6 लाभार्थी अपात्र पाए गये. जिला विकास अधिकारी द्वारा तैयार रिपोर्ट में मनोरमा, रीना, बिंदु, उर्मिला, उषा व एन अन्य लाभार्थी अपात्र पाए गये. अब इन लाभार्थियों से 16.50 लाख रिकवरी की जायेगी. यहाँ पर आपको बताते चलें की एक लोहिया आवास के लिए शासन की तरफ से एक लाभार्थी को 2 लाख 75 हजार रुपया मिला था. मुख्य विकास अधिकारी ने जिला विकास अधिकारी की रिपोर्ट पर बीडीओ को रिकवरी कराने के लिए निर्देश दे दिए हैं.