CHANDAULI NEWS: चंदौली जनपद के हृदयपुर गांव में हुए हादसे में किसान की मौत के बाद मुआवजे के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ समाजवादी पार्टी के नेताओं और ग्राम प्रधानों पर दर्ज किए गए मुकदमे का मामला समाजवादी पार्टी के विधायक और विधान मंडल दल में पार्टी के मुख्य सचेतक कमाल अख्तर ने विधानसभा में उठाया है। साथ ही मामले में जांच कराने की मांग की है।
समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक में विधानसभा अध्यक्ष के सामने इस घटना का जिक्र करते हुए कहा की मौत के बाद मुआवजे की मांग करना लोकतांत्रिक अधिकार है और इसके लिए जब समाजवादी पार्टी के लोगों ने पीड़ित परिवार की मदद करने की कोशिश की है तो वहां के पुलिस प्रशासन में फर्जी तरीके से मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस सवाल के उठाए जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने संसदीय कार्य मंत्री से इस मामले की जांच कर कर उचित कार्यवाही करने का निर्देश दिया है।
आपको बता दें कि चंदौली जिले के मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के हृदयपुर गांव में साइकिल सवार किसान की हाइड्रा की चपेट में आने से मौत की घटना के बाद पीड़ित परिजनों के साथ मुआवजे की मांग को लेकर हुए धरना प्रदर्शन किया गया था, जिसमें समाजवादी पार्टी के नेता चंद्रशेखर यादव और दो गांव के दो ग्राम प्रधानों के साथ-साथ 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। मुगलसराय कोतवाली पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की तो सपा के लोगों ने कहा कि यह पुलिस का उत्पीड़न वाला रवैया गलत है।
जानकारी में बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद प्रदर्शनकारियों ने मृतक के परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग रखी थी। इसके बाद लगभग 7 घंटे तक चल धरना प्रदर्शन में डीएफसीसी के अधिकारियों के साथ विस्तार से वार्ता हुई और उन्होंने 9 लाख का मुआवजा तथा परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने की बात कही थी।
गांव में घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए वहां पर मुगलसराय कोतवाली के अलावा बबुरी और अन्य स्थानों की पुलिस भी तैनात की गई थी। घटना में समाजवादी पार्टी के नेताओं द्वारा की गई हरकत और मामले को काफी लंबा खींचने के लिए दो ग्राम प्रधानों में हृदयपुर के ग्राम प्रधान मनोज यादव और छित्तमपुर के ग्राम प्रधान धर्मेंद्र यादव के साथ-साथ मुगलसराय विधानसभा में चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रहे चंद्रशेखर यादव तथा 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।