किसानों को अब धान बेचने के लिए सत्यापन संबंधी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। सरकार ने किसानों की इस समस्या का हल अब निकाल लिया है। पहले किसानों को बिना सत्यापन कराये धान बेचने पर रोक थी । लेकिन अब किसान 50 कुंतल धान बिना सत्यापन कराए बेच सकते हैं। इस साल धान की खरीद के लिये करीब 2 लाख 35 हजार मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें केवल उन्ही किसानों के धान खरीदे जाएंगे जिन्होंने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया होगा। रजिस्ट्रेशन के के बाद किसानों को सत्यापन आदि के लिए भी भाग दौड़ करना पड़ता था लेकिन अब इससे आजादी मिल जाएगी।
इस संबंध मे क्या कहते हैं अधिकारी…
जिला बिपणन अधिकारी अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि 50 कुंतल धान बेचने के लिए सत्यापन की आवश्यकता समाप्त कर दी गई है। परंतु किसानों को नाम व जमीन का ब्योरा किसानों को रजिस्टशन में देना होगा।वहीं 50 कुंतल से 70 कुंतल बढ़ाने की शासन के तरफ से मांग की गई है। उन्होंने बताया की जो किसान रजिस्ट्रेशन करा चूके हैं जब वह फाइनल लिस्ट निकालेंगे तब उन्हे 70 कुंतल बढ़े सीमा का सत्यापन हो जाएगा ।