सदर : चंदौली लोकसभा से भाजपा के टिकट पर लगातार 3 बार सांसद रहे, पूर्व सांसद आनंद रत्न मौर्य ने मंगलवार को भाजपा छोड़ दिया. श्री मौर्य ने अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पाण्डेय के यहाँ मंगलवार को भेज दिया. श्री मौर्य 1991, 1996 व 1998 में भाजपा से सांसद चुने गये थे. इसके अलावा श्री मौर्य ने 2004 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, जिसमे बसपा के कैलाश नाथ सिंह यादव ने उन्हें शिकस्त दी थी. इसके बाद 2007 में उन्होंने फिर से भाजपा ज्वाइन कर ली थी और तभी से वह भाजपा में ही कार्यरत थे.
क्या चंदौली से लोकसभा चुनाव लड़ेंगें आनंद रत्न मौर्य ?
भाजपा छोड़ने के बाद अब यह अटकलें जोर पकड़ने लगी है कि क्या श्री मौर्य चंदौली से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे? हालांकि यही सवाल जब श्री मौर्य से पूछा गया तो वह कुछ भी साफ़ साफ़ कहने से बचते नजर आये, लेकिन उन्होंने कहा कि अगले 2-4 दिनों में मैं अपने समर्थकों व क्षेत्र की जनता का सम्मान करते हुए निर्णय लूँगा. पार्टी छोड़ने के बाद पूर्व सांसद भाजपा पर बेहद हमलवार नजर आये तथा उन्होंने भाजपा पर झूठ व मूल्यविहीन राजनीति करने का आरोप लगाया. श्री मौर्य ने आगे कहा कि भाजपा पूरी अहंकार में डूबी हुई है.