धीना : कभी – कभी समाज में कुछ ऐसी घटनाएं घटित होती हैं जिससे इंसानियत पर से ही भरोसा उठने लगता है. धीना थाना क्षेत्र की एक युवती के साथ कुछ ऐसा हुआ जिसे सुनकर हर किसी इन्सान का ह्रदय विह्वल हो जाएगा. शिवदासपुर रेडलाइट एरिया से मुक्त होने के बाद जब युवती ने रोते हुए अपनी दर्द भरी दास्ताँ सुनाई तो वहां मौजूद हर व्यक्ति की आँखें नम हो गयी. पुलिस द्वारा प्रारंभिक पूछ – ताछ में उसने बताया कि किस तरह से उसे 12 वर्ष की उम्र में ही देह व्यापार के दलदल में धकेल दिया गया.
12 साल की उम्र में गायब हो गयी थी युवती
युवती की माँ ने बताया कि 12 वर्ष की उम्र में ही उनकी बेटी गायब हो गयी थी. बहुत खोज बीन के बाद भी नहीं मिली. 9 वर्षों बाद क्षेत्र के एक व्यक्ति ने युवती की माँ से बताया की उसकी बेटी शिवदासपुर रेडलाइट एरिया में है और उससे देह व्यापार कराया जा रहा है. बेटी के बारे में सुचना मिलने के बाद, माँ ने भतीजे को शिवदासपुर भेजा, जहाँ भतीजा ग्राहक बनकर वहां पहुंचा व बेटी से मुलाकात की तथा उसका फोटो खींच कर लाया , जिसके बाद पीड़ित युवती की माँ ने इसकी शिकायत एसएसपी के यहाँ की थी. एसएसपी के निर्देश पर क्राइम ब्रांच व मंडुआडीह पुलिस ने छापेमारी कर बेटी को मुक्त कराया.
सामान दिलाने के बहाने ले गया था रिश्तेदार
पीड़ित युवती ने रोते हुए बताया कि “जब वह 12 वर्ष की थी तो घर के बाहर खेल रही थी, इसी दौरान उसके एक रिश्तेदार ने उसे सामान दिलाने के बहाने से अपने साथ बनारस ले आये और फिर मुझे रेडलाइट एरिया में छोड़ कर चला गया. जहाँ मुझसे जबरजस्ती देह व्यापार कराया जाता था और कड़ी निगरानी रखी जाती थी. मैंने एक बार भागने का प्रयास भी किया लेकिन पकड़ी गयी और मुझे बहुत मारा – पीटा गया. बड़े होने पर फिर मैं इस डर से नहीं भागी की मेरे घर वाले मुझे अब स्वीकार नही करेंगे.”
पीड़ित युवती को मुक्त कराते हुए वाराणसी पुलिस ने उस घर को सील कर दिया तथा देह व्यापार में संलिप्त तीन महिला व 2 पुरुषों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया वहीँ युवती को भी प्रारंभिक पूछ – ताछ के बाद मेडिकल मुआयना के लिए भेज दिया गया.