PDDU नगर : चंदौली पुलिस ने मलोखर गाँव में हुई बदरे आलम की हत्या का खुलासा 24 घंटे के अन्दर ही कर दिया. पुलिस ने हत्यारोपित के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त चाकू व खून से सना शर्ट बरामद कर लिया. मृतक बदरे आलम की हत्या उसके कथित दोस्त इकबाल अहमद ने ही की थी. मृतक अपराधिक प्रवृति का व्यक्ति था व मृतक के नाम वाराणसी के कई थानों में विभिन्न मामलों में कई मुक़दमे दर्ज हैं. वह वाराणसी पुलिस से छुपने के लिए मलोखर गाँव में इकबाल अहमद के यहाँ ही पिछले कई दिनों से रहता था. मृतक बदरे आलम की अपराधिक प्रवृति के कारण उसके घर वालों ने भी उसे घर से निकाल दिया था.
बदरे आलम के आतंक से अजीज आ कर इकबाल अहमद ने की हत्या
पुलिस पूछ – ताछ में इकबाल अहमद ने बताया कि बदरे आलम अक्सर मेरे घर पर आकर जबरजस्ती रहता था, जिस से तंग आकर मैंने अपनी पत्नी को उसके मायके भेज दिया. इसके अलावा जब भी वह मेरे घर पर आता तो वह जबरजस्ती मुझसे मुर्गा दारू का इंतजाम करने को कहता. मैं दिन भर में मुश्किल से 200-300 रूपये कमा पाता था और वो रूपये भी बदरे आलम मुझसे जबरजस्ती मुर्गे दारू में खर्च करा देता था, मना करने पर जान से मारने की धमकी देता था. जिस से तंग आकर मैंने उसके हत्या की योजना बना डाली.
हत्या से पहले चला मुर्गा शराब का दौर
अभियुक्त इकबाल ने बताया कि हत्या वाली रात भी घर में मुर्गा शराब बना था. मैं , बदरे आलम व उसका एक दोस्त ने मुर्गा शराब खाया. पार्टी के बाद उसका दोस्त वाराणसी को वापस लौट गया. फिर मैं और बदरे आलम कमरे में सो गये. रात 11 बजे के लगभग बदरे आलम पेशाब करने के लिए उठा तो मैं भी उसके पीछे पीछे गया, वह अत्यधिक नशे में होने के कारण पेशाब करने के बाद वहीँ अहाते में ही जमीन पर लेट गया. मैंने मौका देखकर वहीँ उसका गला रेत दिया. जब वह मर गया तो मैं वहां से भाग गया.