मुगलसराय : अलीनगर थाना क्षेत्र के चकिया चौराहे के पास के खेत में बरामद हुई शव के हत्या का परदाफाश चंदौली पुलिस ने आज मंगलवार को कर दिया. मृत युवक के जिगरी दोस्त ने ही उसकी हत्या की थी. यहाँ पर आपको बताते चलें की 29 अप्रैल को चकिया बाईपास चौराहे के समीप खेत में पुआल से ढका 30 वर्षीय युवक का शव बरामद हुआ था. अलसुबह शौच पर गये दिनेश यादव उर्फ़ घासी यादव ने सर्वप्रथम शव को देखकर पुलिस को सूचित किया था. शव का सिर बुरी तरह कूचा गया था व शव से काफी दुर्गन्ध आ रही थी. शव के पास से खून से सना एक पत्थर व 8 PM शराब की शीशी पुलिस को बरामद हुई थी.
माँ व भाई द्वारा दी गयी जानकारी से पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
विभीत्स अवस्था में शव बरामद होने के बाद चंदौली पुलिस शव के शिनाख्त करवाने में जूट गयी. इसी दौरान 16 मई को रसुलुपुर गाँव थाना अदलहाट निवासी शारदा देवी ने मृतक के फोटो व कपडे देखकर उसकी पहचान अपने पुत्र अविनाश चौहान के रूप में की. पहचान की पुष्टि होने के बाद मृतक की माँ ने पुलिस को बताया की मेरा पुत्र 26 अप्रैल को गाँव के ही पंकज चौहान के साथ निकला था, तब से घर नहीं आया. जबकि पंकज 28 अप्रैल को ही गाँव में दिखा. उन्होंने यह भी बताया की मेरे पुत्र के पास सैमसंग J-7 मोबाइल था, जो उसकी लाश के साथ बरामद नहीं हुआ है. मृत युवक के बड़े भाई के निशानदेही पर चंदौली पुलिस ने 22 मई को पंकज को कटरिया चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया.
चंद रुपयों के लिए की जिगरी दोस्त की हत्या
गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूछताछ में आरोपी पंकज ने बताया कि मैं और अविनाश जिगरी दोस्त थे. हमेशा साथ – साथ रहते थे. 26 की शाम हम साथ में बगल के गाँव में नाच देखने गये वहां हमने काले रंग की पैशन चोरी की. चोरी करने के बाद हम उसे बेचने के लिए ग्राम एकौनी कुटिया थाना क्षेत्र बबुरी पहुंचे. वहां हमने चोरी की बाइक को बबलू बीयार पुत्र रमेश बीयार को 17000 में बेच दी. बबलू ने हमे 7700 रूपये दिए, बाकी रुपुए उसने अविनाश के खाते में डाल देने की बात कही. पैसे मिलने के बाद हमने बबुरीं में शराब पी.
अत्याधिक शराब सेवन बना जानलेवा
इसके बाद हम वहां से चकिया चौराहे के लिए निकले. वहां पर हमने आधा किलो तला हुआ मुर्गा व 8 PM की शीशी खरीदी. फिर हमने चौराहे के पास के खेत में ही जाकर फिर से शराब पीने लगे, शराब पीने के दौरान मैंने अविनाश से रुपयों की मांग की तो देने में आना कानी करने लगा. इसके पूर्व में भी वो कई बार मेरे पैसे खा गया था. मुझे लगने लगा की गोविन्द इस बार भी मेरे पैसे हड़प लेगा, तभी मैंने अविनाश को मारने का निश्चय किया. मैंने उसे खूब शराब पिलाई लेकिन स्वयं कम पिया. अधिक शराब पी लेने से अविनाश वहीँ लेट गया. अँधेरा काफी हो जाने का फायदा उठाते हुए मैंने सड़क से एक पत्थर उठाकर लाया और उसके सिर पर दो बार पटक दिया. तत्पश्चात मैंने उसकी लाश पास ही पड़े पुआल में छुपा दी व उसके जेब में पड़े 6200 रूपये व सैमसंग मोबाइल लेकर भाग निकला.