चंदौली : विधायिका साधना सिंह के आरोप पर चंदौली पुलिस ने कुछ घंटे बाद ही उक्त प्रकरण खुलासा कर दिया. विदित हो कि शुक्रवार शाम 9 बजकर 22 मिनट पर विधायिका साधना सिंह ने ट्वीट कर चंदौली पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगते हुए इसकी शिकायत अपर मुख्य सचिंव से की थी. विधायिका के अनुसार, चंदौली नगर में हरियाणा से आये 4 समुदाय विशेष के लोगों को बिना जांच चंदौली पुलिस ने छोड़ दिया था.
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चंदौली पुलिस के अनुसार यह है वास्तविक तथ्य
विधायिका के ट्वीट के लगभग 3 घंटे के अन्दर ही चंदौली पुलिस ने ट्वीट कर मामले पर अपना स्पष्टीकरण दिया. चंदौली पुलिस के अनुसार, प्रकरण की जांच में जो ज्ञात हुआ की मोहम्मद जैनुद्दीन जो कैंसर से पीड़ित है. अपने इलाज हेतु हरियाणा प्रदेश सरकार से अनुमति लेकर अपनी पत्नी व लड़के शमीम के साथ वाराणसी स्थित कैंसर अस्पताल आया थे. कैंसर हॉस्पिटल वाराणसी में एडमिट न हो पाने तथा रहने की व्यवस्था न हो पाने के कारण वार्ड नंबर 7 , किदवई नगर चंदौली निवासी संजय प्रजापति के लड़के से रहने के लिए अनुरोध किया.
कैंसर मरीज को भेजा ट्रामा सेन्टर व संजय प्रजापति के घर को किया क्वारन्टिन
जो शमीम के यहाँ काम करता था तो संजय प्रजापति के लड़के ने रात भर के लिए अपने घर बुला लिया था. सुबह इलाज हेतु अस्पताल जाना था. इसकी जानकारी पुलिस को प्राप्त होने पर मोहम्मद जैनुद्दीन को उसकी पत्नी व लड़के के साथ इलाज हेतु कैंसर अस्पताल वाराणसी भेज दिया गया है जो ट्रामा सेन्टर के बाहर मौजूद हैं तथा संजय प्रजापति के घर को क्वारन्टिन किया गया है और सुबह में उनका चेक अप कराया जायेगा.
चंदौली पुलिस ने विधायिका से यह किया अनुरोध
पुलिस ने अपने ट्वीट में आगे लिखा है कि महोदया से विनम्र अनुरोध है कि आप उत्तर प्रदेश सरकार में एक जिम्मेदार पद पर हैं. इस तरह के ट्वीट करने से पूर्व सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करके ही ट्वीट करें, जिससे जनता में भय व आक्रोश व्याप्त न हो सके.
चंदौली पुलिस के ट्वीट का लिंक : https://twitter.com/cosadarcdi/status/1248673873765285890/photo/1