दीन दयाल उपाध्याय नगर : चंदौली पुलिस ने अनाधिकृत तरीके से सीमा पार कर भारत आये पांच बांग्लादेशी नागरिकों को दुलहीपुर से, शनिवार को हिरासत में ले लिया. पुलिस को बंगलादेशी नागरिकों के पास से भारत देश के फर्जी दस्तावेज भी बरामद हुए हैं जिनमे 8 हाईस्कूल के प्रमाणपत्र व 4 फर्जी मतदाता पहचान पत्र शामिल हैं. गिरफ्तार किये गए सभी बांग्लादेशी नागरिक अवैध तरीके से दुलहीपुर में रह रहे थे. पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिकों के साथ ही साथ दुलहीपुर निवासी लोकल हैंडलर शकील उर्फ़ गुड्डू अंसारी को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस सभी अभियुक्तों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर आगे की करवाई में जुटी हुई है.
ज्यादा मजदूरी के लालच में फंस कर चले आये भारत
पुलिस पूछ ताछ में गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिकों ने बताया कि एक व्यक्ति आलम, जो कलकत्ता का निवासी है वो एक बार बांग्लादेश आया हुआ था. खेतों में काम करने के दौरान उसने हमे बताया कि हमारी शादी यहीं बांग्लादेश में हुई है. इस दौरान उसने पूछा कि तुम लोगों को मजदूरी में कितना मिल जाता है तो हमने उसे 150 से 200 टका बताया, तत्पश्चात उसने हमे भारत देश में 500 से 800 टका मजदूरी मिलने की बात बताई. अधिक पैसों के लालच में हम लोग भारत आने को राजी हुए और बॉर्डर पार कराने के लिए एजाज ने हम सभी से 10 – 10,000 रूपये लिए और भारत में प्रवेश के बाद जाली पहचान पत्र बनवा देने की बात कही.
गिरफ्तार अभियुक्तगण ने पुलिस को आगे बताया कि इन सब के बाद हम सभी बॉर्डर पार किये (बॉर्डर पर स्थित छोटे नाले को नाव से पार कर भारत में प्रवेश किये). फिर पैदल ही माल्दा पहुंचे और वहां से ट्रेन पकड़ कर मुगलसराय आये. मुगलसराय स्टेशन पर आलम ने हमारी मुलाकात शकील से कराई जो हमे दुलहीपुर स्थित एजाज के मकान में कमरा किराए पर दिलाया. आलम ने हम सभी की फर्जी हाईस्कूल मार्कशीट व मतदाता पहचान पत्र एक वकील से बनवा दिया. हम सभी दस्तावेज के अनुसार नाम बदलकर दुलहीपुर में रह रहे थे. आलम ने हम सभी का फर्जी आईडी पर पासपोर्ट भी बनवा देने की बात कही थी ताकि हम भविष्य में अपने घर बांग्लादेश भी आ जा सकें.