चकिया : वनाधिकार कानून के तहत दावा दाखिल का निस्तारण करने में प्रशासन व वन विभाग कर रहा है आनाकानी और बिना दावे का निस्तारण किए पुस्तैनी बसे गरीव किसानों को उजाड़ रही है. आदिवासियों व वनाश्रितों की बेदखली की जा रही है, उन पर फर्जी मुकदमें कायम किए जा रहे है, उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। इसके खिलाफ न्यायालय से लेकर सड़क तक आंदोलन होगा. उक्त बाते आज चकिया में अखिल भारतीय किसान सभा ,उत्तर प्रदेश किसान सभा ,मजदूर किसान मंच के नेतृत्व में आयोजित गॉधी पार्क में सभा में वक्ताओं ने कहीं ।
इन मांगों के लिए किया प्रदर्शन
सभा के पूर्व सैकड़ों के तादात में जूटे किसानों ने वनाधिकार कानून को लागू करने में हिलाहवाली बंद करो , मुंसा खॉड़ बन्धे से विस्थापित किसानों को बदले में मिली जमीन पर मालिकाना हक दो, मझराती बंधी से माइनर निकाल कर मुवारक पुर मलहर के किसानों को सिचाई की गॉरंटी करो , मूसॉखॉड़ जीरो बन्धी का मरम्मत करायी जाए ,वनभिषमपुर लिफ्ट की क्षमता बढ़ा कर छीतमपुर बंधी में पानी स्टोर किया जाए , मूसॉखाड़ मलहर माइनर के मझवा नाला में क्षतिग्रस्त साइफन की मरम्मत करायी जाए , वनगॉवा में पशु अस्पताल खोला जाए,वनग्राम को राजस्व गॉव घोषित किया जाए का नारा लगा रहे थे ।
सभा की अध्यक्षता किसान नेता नरायण यादव व संचालन माकपा के तहसील मंत्री शम्भु नाथ यादव ने किया .सभा को भाकपा के जिला मंत्री शुकदेव मिश्रा , स्वराज अभियान के नेता व मजदूर किसान मंच के जिला प्रभारी अजय राय ,किसान सभा के जिला मंत्री लालचन्द यादव ,शिवमुरत राम ,अनिल सिंह यादव ,मंजूर ,मुंशी , पनारु कुशवाहा ,भृगनाथ विश्वकर्मा,गगेलू राम ,धीरज राम ,मिठाई राम ,रामअवध विश्वकर्मा ,रामआसरे यादव भोला प्रसाद सहित कई लोगो ने विचार वयक्त किया ।