चंदौली : शिक्षा विभाग ने पिछले दिनों जनपद में नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराया था जिसमे 12 शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए थे. इन शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने पर शिक्षा विभाग ने सभी फर्जी 12 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया था. इस पुरे प्रकरण में हैरान करने वाली बात यह है कि शिक्षा विभाग ने 12 फर्जी शिक्षकों में से 8 के वेतन का लाखों रूपये भुगतान बिना प्रमाण पत्र सत्यापन किये ही कर दिया था.
बिना सत्यापन ही आठ शिक्षकों का हुआ था भुगतान
आम तौर पर शैक्षणिक प्रमाण पत्र के सत्यापन के बाद ही शिक्षकों का वेतन भुगतान विभाग द्वारा किया जाता है लेकिन इन आठ शिक्षकों का वेतन भुगतान , सम्बंधित लेखाधिकारी कार्यालय द्वारा बिना सत्यापन के ही कर दिया गया था. यह कहीं न कहीं जनपद के शिक्षा विभाग के कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह उठाता है ! बहरहाल अब बीएसए के निर्देश पर शिक्षा विभाग बर्खास्त शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज कर, वेतन की रिकवरी में जूट गया है.
लेखाधिकारी कार्यालय की ओर से 8 फर्जी शिक्षकों विजय कुमार यादव, रेशमा यादव, सलमा बानो, पंकज वर्मा, अनिल कुमार यादव, सरिता यादव, वंदना सिंह व गीतांजलि यादव का 2 माह का वेतन भुगतान विभाग द्वारा कर दिया गया था जबकि दर्शन सिंह, राकेश यादव, रामप्रकाश यादव व रामअवध को वेतन का भुगतान नहीं किया गया था.