मुगलसराय: पुरानी पेंशन बहाली को लेकर अटेवा( ऑल टीचर इंपलाई वेलफेयर एसोसिएशन )के सदस्यों ने रविवार की शाम सुभाष पार्क से कैंडल मार्च निकाला कैंडल मार्च नगर भ्रमण के बाद सुभाष पार्क में समाप्त हुआ।
पेंशन विहीन कर्मचारियों का बिना पेंशन कोई भविष्य नहीं
जिला अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि पेंशन विहीन शिक्षकों कर्मचारियों का बिना पेंशन कोई भविष्य नहीं है । जीपीएफ सरकारी कर्मचारी का स्वाभिमान होता है। सरकारी नौकरी का मतलब ही है बस पेंशन की इच्छा रखना वरना प्राइवेट नौकरी में भी कोई बुराई नहीं है। यह दुर्भाग्य है कि कोई सांसद या विधायक कुछ समय के लिए चुने जाने के बावजूद पुरानी पेंशन के हकदार हैं जबकि पूरी जिंदगी सेवा करने वाला शिक्षक कर्मचारी अधिकारी इस व्यवस्था से वंचित है ।उन्होंने कहा कि दिल्ली में 30 अप्रैल को होने वाला राष्ट्रीय आंदोलन ऐतिहासिक होगा जो सरकार को पुरानी पुरानी पेंशन बहाल करने को बाध्य करेगा।
राष्ट्र एक, संविधान एक, तो पेंशन दो क्यों?
अटेवा के जिला महामंत्री इम्तियाज़ खान ने कहा कि 2004 के बाद से केंद्र सरकार की सरकारी नौकरियों व अप्रैल 2005 के बाद से राज्य सरकार की सरकारी नौकरियों में पुरानी पेंशन की व्यवस्था समाप्त कर दी गई जिससे केंद्र सरकार के लगभग 4800000 शिक्षक कर्मचारी अधिकारी व प्रदेश सरकार के लगभग 1300000 शिक्षक कर्मचारी अधिकारी पुरानी पेंशन व्यवस्था से वंचित हैं । इन कर्मचारियों को पुरानी पेंशन के नाम पर एनपीएस (न्यू पेंशन स्कीम) नामक झुनझुना थमा दिया गया है जो कि सरासर गलत है । उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जब राष्ट्र एक, संविधान एक, तो पेंशन दो क्यों? वे सरकार की यह दोहरी पेंशन नीति की कड़ी निंदा करते हैं पुरानी पेंशन पर उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि अब यह मुद्दा NMOPS(नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम) के नाम से राष्ट्रीय मुद्दा बन गया है ।
30 अप्रैल को दिल्ली के रामलीला मैदान में आंदोलन
जिले के वरिष्ठ उपाध्यक्ष यशवर्धन सिंह ने कहा कि पुरानी पेंशन हमारा अधिकार है । सम्मानित जीवन जीने का एक मात्र सहारा है जिसे सरकार ने हमसे छीन कर हमारा भविष्य अंधकार में कर दिया है । उन्होंने जनपद के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं से अपील किया है कि 30 अप्रैल को दिल्ली के रामलीला मैदान में पूरे देश से लाखों लोग अपने स्वाभिमान रूपी पेंशन के लिए पहुंच रहे हैं आप लोग भी संघों के दायरों को तोड़कर अधिक से अधिक संख्या में पहुंच कर पुरानी पेंशन बहाली का साक्षी बने ।
इस अवसर पर जनपद के सैकड़ों शिक्षक जिसमें मुख्य रुप से इरफान अली, आदित्य सिंह, हर्षवर्धन सिंह, अरविंद सिंह,,विकास सिंह, ईश्वर चन्द्र ,रिंकू यादव,इमरान अली,संतोष सिंह,प्रवीण कुशवाहा, आलोक सिंह, दिवाकर यादव, जैद अहमद, जय किशोर वर्मा, दीपक सिंह, प्रमोद कुमार, ओम प्रकाश शुक्ला, श्यामसुंदर, देवेंद्र प्रताप, केसरी नंदन जायसवाल, फैयाज अहमद, अरुण रत्नाकर, रामजी यादव,शाहिद जमाल, निर्मल यादव आदि उपस्थित रहे ।