धानापुर : धानापुर विकास मंच (डीवीएम) की बैठक बुधवार को 3 बजे से रामपुर दीयां गांव में रामविलास पांडेय के निवास पर पर हुई। जिसमें प्रदेश की योगी सरकार से धानापुर को अविलंब तहसील बनाने की मांग की गई। कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दिया कि यदि सरकार ने समय रहते उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो वे लोग उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले धानापुर बने तहसील
सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि अब सरकार कत्तई टाल मटोल न करे। किसी भी दशा में 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले धानापुर को तहसील बनाने की हमारी मांग को पूरा करे। नंद कुमार पांडेय ने कहा कि धानापुर को तहसील बनाने के साथ ही टांडा और कैथी के बीच गंगा में पांटून ब्रिज का निर्माण भी बेहद जरूरी है। ऐसे में इन मांगो को लेकर डीवीएम को चाहिए कि वह जन जागरूकता के जरिये भी सरकार पर दबाव बनाए।
धानापुर को तहसील बनाये बिना नहीं हो सकता क्षेत्र का सर्वांगीण विकास
धानापुर विकास मंच (डीवीएम) के संयोजक गोविंद उपाध्याय ने कहा कि धानापुर विकास खंड का महाईच और चहनियां विकास खंड का बरह परगना विकास के पैमाने पर काफी पिछड़ गया है। इसलिए इन दोनों परगनो का पुनर्गठन कर धानापुर को तहसील बनाया जाना आवश्यक हो गया है। कहा जब तक धानापुर को तहसील का दर्जा न मिल जाये, तब तक क्षेत्र के सर्वांगीण विकास का सपना पूरा हो सकता है।
बैठक की अध्यक्षता डीवीएम अध्यक्ष कमलाकांत मिश्रा तथा संचालन डॉ रामअनुज यादव ने किया। इस मौके पर श्रीकिशुन सिंह, दयाशंकर तिवारी, रणजीत सिंह, राजकुमार सिंह, रामचंद्र उपाध्याय, विजय शंकर यादव, प्रदीप कुमार, विक्रमा यादव, सब्बन पासवान, राजेश पाण्डेय, महेंद्र पाण्डेय, यशवंत सिंह, घनश्याम मिश्र, सलीम धोबी, आरिफ इदरीसी, चंद्रशेखर सिंह, वंशनरायन यादव, अवधेश राम, विभूति प्रसाद, भरत पांडेय, मनोज मिश्रा, रमेश सिंह आदि अन्य लोग उपस्थित रहे।