CHANDAULI NEWS: पीडीडीयू रेल मंडल में बीते तीन साल में कई विभागीय परीक्षाएं हो चुकी हैं। सीबीआई कार्मिक विभाग कार्यालय में जांच के दौरान उन पत्रावलियों को भी खंगाल कर जानकारी जुटा रही है कि प्रोन्ति परीक्षा में पात्र कर्मियों को कहीं किन्हीं कारणों से परीक्षा से वंचित तो नहीं किया गया था। इससे मंडल कार्यालय में खलबली मची हुई है।
सूत्रों के अनुसार यदि सीबीआई के हाथ इस तरह की गड़बड़ियां मिल गई तो पूर्व के भी मंडल कार्यालय में तैनात रह चुके कई अधिकारी और कर्मचारी जांच के दायरे में आ सकते हैं उनके खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है। पीडीडीयू रेल मंडल में हुए विभागीय परीक्षा पेपर लीक कोई नया नहीं है। इसके पहले भी मंडल कार्यालय में पेपर लीक करा रहे विभागीय कर्मचारियों को तत्कालीन डीआरएम, आरपीएफ कमान्डेंट, एडीआरएम आदि ने देर रात दो बजे छापेमारी कर कॉपी पकड़ लिया था। हालांकि मामले को दबा दिया गया था।
इसके अलावा चार साल पहले विभागीय परीक्षा का प्रश्नपत्र बना रहे कामर्शियल विभाग के अधिकारी ने पेपर लीक में जमकर धन उगाही की। जिसकी जानकारी होने पर डीआरएम ने परीक्षा ही निरस्त कर दिया था। इसमें लाखों का हेरफेर हुआ था। हालांकि इस गोरखधंधा पर सीबीआई ने विराम लगाते हुए बीते 03 मार्च की रात रंगेहाथ दो अधिकारियों सहित 26 कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया। जिसका जांच सीबीआई की टीम बीते पांच दिनों से कर रही है। इससे विभागीय परीक्षा में पदोन्नति पाये रेलकर्मियों के पसीने छूट रहे है। हालांकि देखना है कि सीबीआई टीम की कार्रवाई कहा तक पहुंचती है।
सीबीआई टीम के निशाने पर पांचवें दिन पीडीडीयू रेल मंडल कार्यालय का कार्मिक विभाग रहा। मंगलवार सुबह साढ़े दस बजे ही टीम ने विभाग का मुख्य गेट बंद करा दिया। इसके बाद अधिकारी चार से पांच घंटे तक फाइलों को खंगालते रहे। बंद कमरे में लगभग दर्जनभर कर्मचारियों को बुलाकर पूछताछ की। इसी विभाग के मुखिया रहे वरीय मंडल कार्मिक अधिकारी सुरजीत सिंह (सीनियर डीपीओ) प्रोन्नति परीक्षा और रिश्वत के मामले में जेल भेजे जा चुके हैं।
पीडीडीयू रेल मंडल में लोको पायलटों की प्रोन्नति परीक्षा में सेंधमारी और रिश्वत
के आरोप में सीबीआई तीन मार्च को दो अधिकारियों सहित 26 रेलकर्मियों को गिरफ्तार कर चुकी है। लखनऊ में आरोपियों से पूछताछ के बाद टीम शुक्रवार को दोबारा लौटी। मंगलवार सुबह दस बजे से डीआरएम कार्यालय के बंद कमरे में एक दर्जन कर्मचारियों को बुलाकर पूछताछ की। टीम कार्मिक विभाग के परीक्षा कई पत्रावलियों की भी जांच कर रही है।
रेलवे के विभागीय प्रमोशन की परीक्षा के पेपर लीक होने के मामले की जांच करने आई सीबीआई की टीम मंगलवार को गेस्ट हाउस के कमरे में बैठकर ही दस्तावेजों की जांच करती रही। टीम बुधवार को भी जांच जारी रख सकती है। सीबीआई की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों में बेचैनी बढ़ती जा रही है। लोको पायलट से चीफ लोको पायलट इंस्पेक्टर की चार मार्च को होने वाली विभागीय परीक्षा से पहले सोमवार की रात सीबीआई ने काली महाल स्थित एक मैरिज लॉन में पहुंच कर पेपर को हल कर रहे आठ लोको पायलट और वरीय मंडल विद्युत अभियंता परिचालन को पकड़ लिया था।
इस बीच मंगलवार को सीबीआई की टीम डीआरएम कार्यालय में बनाए गए कैंप कार्यालय में नहीं पहुंची और गेस्ट हाउस में ही दस्तावेजों की जांच करती रही। सूत्रों के अनुसार बुधवार को भी सीबीआई की टीम जांच जारी रख सकती है।