CHANDAULI NEWS: होली पर चंदौली के रास्ते यूपी-बिहार बॉर्डर होते हुए बड़े पैमाने पर शराब तस्करी का अंदेशा जताया जा रहा है। जिले में आबकारी विभाग का रवैया निराशा जनक दिख रहा। ऐसे में लोकल पुलिस के लिए शराब तस्करी को रोकना एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
आगामी और हिंदुओं का बड़ा त्योहार होली, नजदीक है। क्यों कि बिहार राज्य में शराब बंदी है, इसलिए चंदौली के रास्ते यूपी-बिहार पर बड़े पैमाने पर शराब तस्करी का अंदेशा जताया जा रहा है। आबकारी विभाग की ओर से तस्करी की रोकथाम के लिए कोई भी बड़ा एक्शन प्लान नही है। सूत्रों की माने तो आबकारी विभाग को सिर्फ-और-सिर्फ राजस्व से मतलब है। शराब बिकनी चाहिए। चाहें वह कैसे भी बिके। ऐसे में चंदौली पुलिस के लिए होली तक शराब तस्करी को रोकना, चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है।
बीते कुछ समय की बात करें तो चंदौली के रास्ते बिहार में शराब की तस्करी बदस्तूर जारी है। ट्रेन, बस, ट्रैक्टर, बाइक, लग्जरी कार, ऑटो यहां तक कि एम्बुलेंस के जरिये भी तस्कर अपने मनसूबे को अंजाम दे रहें। चंदौली पुलिस द्वारा भी बीते कुछ महीनों में कई बड़ी रिकवरी की गई। जिसमें भारी मात्रा में पंजाब, हरियाणा निर्मित शराब बरामद किया गया। तस्करों की भी गिरफ्तारी हुई। बावजूद इसके, अभी भी धड़ल्ले से शराब की तस्करी जारी है।
जिला आबकारी विभाग की बात करें तो विभाग का रवैया, काफी सुस्त है। वर्तमान समय मे आबकारी द्वारा जिले में कोई एक्शन देखने को नही मिल रहा। सूत्रों की माने तो जिले में अवैध कच्ची शराब का भी निर्माण किया जा रहा है। ऐसे में विभाग द्वारा कहीं पर भी छापेमारी की कोई सूचना नही। अगर जानकारी लेने के लिए आबकारी अधिकारी को फोन किया जाए, तो वे फोन भी उठाना मुनासिफ नही समझते। जबकी प्रशासन का सख्त निर्देश है कि अधिकारी अपने सी0यू0जी0 फोन पर आए कॉल को अटेंड करेंगे। अगर किसी कारण वस अधिकारी व्यस्त हो, तो बाद में वह सामने वाले को कॉलबैक करेंगे। पर नियमों को कौन माने ?
जिले के कप्तान आदित्य लांगहे द्वारा पूर्व में बताया गया था कि तस्करों की गिरफ्तारी के साथ अवैध शराब रिकवरी की जा रही है। उन्होंने बताया था कि लोकल दुकानदारों पर भी पुलिस की पैनी नज़र है। साथ ही शराब तस्करों के विरुद्ध जो भी सख्ती बरतनी चाहिए, वह चंदौली पुलिस द्वारा बरती जा रही है। वहीं जिला आबकारी अधिकारी की माने तो कोई भी व्यक्ति, शराब की दुकान से निर्धारित मात्रा में शराब खरीद सकता है। अगर उक्त व्यक्ति, जिले के अलग-अलग दुकानों से शराब ख़रीदकर इकट्ठा कर रहा, तो इसे रोकने के लिए या ऐसे व्यक्ति को पकड़ने के लिए कोई भी ठोस जरिया नही है। सामने बड़ा त्योहार होली है, ऐसे में देखना ये है कि तस्करों के मनसूबे को नाकाम करने के लिए विभाग द्वारा कोई ठोस कदम उठाया जा रहा या नही।