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Wednesday, January 22, 2025
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आईपीएफ नेता अजय राय की मांग, अगर अवैध अस्पताल व पैथोलॉजी लैब में होती है मरीज की मौत तो स्वास्थ्य विभाग के अफसरों पर दर्ज हो मुकदमा

चंदौली । शहबगंज जिला के में गैर पंजीकृत अस्पताल में प्रसव के दौरान जो जच्चा-बच्चा की मौत के बाद एक बार फिर से जिले में अवैध तरीके से चल रहे अस्पताल और पैथोलॉजी केंद्रों के पोल खुलने लगी है।

 इस बारे में आईपीएफ नेता अजय राय ने कहा कि उन्होंने जन सूचना अधिकार के तहत जानकारी मांग कर कई अवैध रूप से चल रहे अस्पतालों, पैथोलॉजी केंद्रों तथा जांच घरों के बारे में शिकायत की, लेकिन मुख्य चिकित्सा अधिकारी व  तथा अन्य जिम्मेदार अधिकारी केवल खानापूर्ति करके लिए कुछ जगह अभियान चलाते हैं। बाकी जेब गर्म करने वालों के खिलाफ तब तक कोई कार्रवाई नहीं करते जब तक वहां कोई बड़ा हादसा या घटना नहीं हो जाती है।

अजय राय का कहना है कि अवैध रूप से चल रहे सभी चिकित्सालय चिकित्सा विभाग के अधिकारियों और जिम्मेदार लोगों की जेब गर्म करते हैं। इसीलिए इनको मनमानी करने का अधिकार विभाग के द्वारा दिया जाता है, लेकिन जब कोई घटना घट जाती है तो खानापूर्ति करने का नाम पर जांच शुरू कर दी जाती है। चंदौली जिले के शहाबगंज में जच्चा-बच्चा की मौत के बाद एक बार फिर से स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल खुल गई है।

मरीजों की चिकित्सक व अस्पताल संचालक की लापरवाही  से हुई मौत  पर हल्ला पर ही चिकित्सा विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों की पहल शुरू हुयी और अस्पताल को सील करके कार्रवाई शुरू की जा रही है। निजी अस्पतालों  में मरीजों के परिजनों से मनमाने इलाज के नाम पर धन वसूली पर रोकने में विफल हैं। चिकित्सा विभाग में शिकायत दर्ज कराए जाने क्यों नहीं होती अस्पताल संचालकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

 आईपीएफ नेता अजय राय ने सवाल उठाते हुए कहा कि गैर पंजीकृत अस्पताल में या झोलाछाप के यहां मरीज या जच्चा बच्चा की मौत पर संबंधित अधिकारियों को भी आरोपी बनाया चाहिए और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाकर कार्रवाई करानी चाहिए।  

 चर्चाओं के हिसाब से फर्जी तरीके से अस्पताल चलाने वालों की विभाग में गहरी पैठ है। प्रशासन व चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से भी उनकी सेटिंग है। वे एक दूसरे के हित-साधक बनकर काम करते हैं। जिले में जन सूचना अधिकार अधिनियम  के तहत जो जानकारी मिली हैं उसमें  जनपद में मात्र करीब 300  अस्पताल व 60 पैथोलॉजी लैब हैं ।  कुछ अस्पताल ही 100 व 50 बेड के हैं। ज्यादातर अस्पताल  20  या 10 बेड के  हैं। इसमें भी कई चिकित्सालय विभाग के तय मानकों के विपरित चल रहे हैं।

आपको बता दें कि चंदौली जिले के शहाबगंज थाना क्षेत्र इलाके में ब्लॉक के समीप स्थित आस्था हास्पिटल में शुक्रवार की रात प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। घटना से नाराज परिजनों में चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया । जिससे हास्पिटल की संचालिका मौके से फरार हो गई। मौके पर पहुंचे सीओ के साथ आस पास के थाने इलिया और चकिया थाने की फोर्स लेकर मौके पर आ धमके। मामला बढ़ता देख पुलिस ने किसी तरह समझा कर परिजनों को शांत कराया और दोनों के शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेजा था।

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