चंदौली : धान के कटोरे में काला चावल की सफलता के बाद अब काला गेहूं की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी क्रम में इस बार चंदौली कृषि विभाग की तरफ से जनपद के किसानों को काले गेहूं की बुवाई करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि काले चावल की ही तरह काले धान को भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अच्छी मांग मिलेगी और किसानों की बेहतर आमदनी में भी मददगार होगा।
काला चावल की तरह काला गेहूं भी है खूबियों से भरपूर
काला चावल की ही तरह ही काला गेहूं भी कई औषधीय गुणों से भरपूर है। दावा किया जा रहा है कि काला गेहूं में आयरन, प्रोटीन, के साथ ब्लड प्रेशर व मधुमेह में फायदेमंद है तथा सामान्य गेहूं की तुलना में इसकी रोटी ज्यादा स्वादिष्ट व मुलायम होती है। इसके साथ ही काले गेहूं की उत्पादन दर आम गेहूं की तुलना में ज्यादा होता है, जहां एक ओर आम गेहूं प्रति बीघे अधिकतम 8 कुंतल तक पैदावार होती है वहीं काला गेहूं प्रति बीघे 12 कुंतल तक पैदा किया जा सकता है।
इस बारे में और जानकारी देते हुए कृषि उपनिदेशक राजीव भारती ने बताया कि काला चावल के बाद अब काल गेहूं की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है । इच्छुक किसानों को बीज उपलब्ध कराने के साथ ही खेती की भी जानकारी दी जा रही है।
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