मुगलसराय : टांसपोर्ट कंपनी के मालिक से डेढ़ करोड़ की रंगदारी मांगने वाले गिरोह का पर्दाफाश चंदौली पुलिस ने आज सोमवार को कर दिया. विदित हो की पिछले दिनों दिनांक 15 अप्रैल को कटारिया फ्लाई ओवर के पास स्थित विजय ट्रांसपोर्ट कंपनी के कार्यालय पर गोली चलायी गयी थी, जिसमे कार्यालय का शीशा टूट गया था. गोली चलने के उपरांत जब ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक दिलीप कुमार यादव के छोटे भाई अनिल यादव कार्यालय से बाहर निकल कर आये तो बदमाशों ने उन पर भी फायरिंग की लेकिन वे बच गये.
योजनाबद्ध तरीके से मांगी गयी थी डेढ़ करोड़ रंगदारी
अज्ञात बदमाश फायरिंग के पश्चात फरार हो गये तभी निकट के मिठाई की दुकान में काम करने वाला हेल्पर जयप्रकाश पाल ने अनिल यादव को एक चिट्ठी देते हुए कहा की कुछ समय पहले 2 बाइक सवार लोगों ने मुझे ये चिट्ठी आप के बड़े भाई को देने को कहा. जब अनिल यादव ने चिट्ठी खोली तो पाया की वो एक धमकी भरी चिट्ठी थी जो बाबर गैंग के द्वारा लिखी गयी थी. चिट्ठी में लिखा गया था की “जिसने बाबर गैंग की जुबान काटी उसने समझो अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती कर दी.”
फ़ोन कर मांगी डेढ़ करोड़ की रंगदारी
फायरिंग की घटना के 2 दिन बाद ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक दिलीप यादव के मोबाइल फ़ोन पर एक अज्ञात व्यक्ति का फ़ोन आया. फ़ोन पर अज्ञात व्यक्ति ने धमकी देते हुए कहा कि “अजय भैया देवरिया जेल में बंद हैं, कहे हैं की तुम एक हफ्ता के अन्दर मुझे डेढ़ करोड़ रंगदारी के रूप में दे दो , नही तो जो गोली मैंने दरवाजे पर मारी है वो अब की बार तुम्हारे सीने में लगेगी.एक हफ्ते बाद मैं फ़ोन करूँगा , मेरे बताये पते पर रूपये लेकर पहुँच जाना.”
घटना में शामिल 3 अभियुक्त गिरफ्तार
फायरिंग व धमकी भरे भरे फ़ोन कॉल से घबडाये ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक दिलीप यादव ने अलीनगर थाने में लिखित सूचना दी. जिसके बाद एसपी संतोष सिंह ने अपर पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र नाथ द्विवेदी, क्षेत्राधिकारी सदर प्रदीप सिंह चंदेल के नेतृत्व में प्रभारी निरीक्षक अलीनगर, प्रभारी निरीक्षक मुगलसराय , क्राइम ब्रांच व स्वाट टीम को लगाया. इस टीम को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर इस घटना में शामिल तीन अभियुक्तों देवराज मौर्य, निवासी जिला – मिर्जापुर, अभय मौर्य निवासी – जिला सोनभद्र, व सूरज सोनकर उर्फ़ गोलू निवासी जनपद वाराणसी को गिरफ्तार कर लिए गया.