चंदौली : चंदौली पुलिस ने 9 अप्रैल को महड़ौरा ग्राम प्रधान मनोज यादव की हुई हत्या का खुलासा आज कर दिया. इस मामले में चंदौली पुलिस ने कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिसमे 2 शूटर व चार अभियुक्त साजिशकर्ता के रूप में गिरफ्तार किये गये हैं. पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये सभी अभियुक्त चंदौली जनपद के ही निवासी हैं. अभियुक्तों के पास से पुलिस को हत्या में प्रयुक्त मोटरसाइकिल व तमंचा बरामद हुआ. इस हत्या को अपमान का बदला लेने के लिए, रंजिश के तहत अंजाम दिया गया था. पुलिस पूछ-ताछ में अभियुक्तों ने जो कुछ बताया उससे घटना को कुछ इस तरह सिलसिलेवार तरीके से अंजाम दिया गया था.
कुछ इस तरह हुई गिरफ्तारी
9 अप्रैल को हुई हत्या के बाद से ही पुलिस लगातार हत्यारों को ढूँढ रही थी. इसी क्रम में पुलिस को अपने सूत्रों से सुचना मिली कि पंकज सिंह निवासी महड़ौरा, अपने घर आये हुए हैं जो कि घटना के बाद से ही फरार चल रहे थे. जिस पर पुलिस ने त्वरित कारवाई करते हुए पंकज सिंह को घर से गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछ-ताछ करने लगी. जिस पर पंकज सिंह ने बताया कि पुरानी रंजिश का बदला लेने के लिए गाँव के ही अमित सिंह, संतराम यादव, अपने रिश्तेदार प्रदीप सिंह , निवासी खड़ान , थाना धानापुर , चंदौली के जरिये सोनू सिंह उर्फ़ सतीश सिंह निवासी बहमनियाव , थाना धीना, राहुल तिवारी, निवासी पुरानी कमालपुर थाना धीना, चंदौली से मिलकर 2 लाख 20 हजार रूपये की सुपारी देकर हत्या करवाना तय किये. अमित सिंह का नौकर मुस्तजाब खान , निवासी महड़ौरा के सहयोग से भाड़े पर हत्या करवाना स्वीकार किये.
अपमान के बदले के लिए की गयी हत्या
गिरफ्तार किये गये अभियुक्त पंकज सिंह ने पुलिस पूछ-ताछ में बताया कि ग्राम प्रधान मनोज यादव बुरी नियत का व्यक्ति था व उसकी बुरी नजर हमारे घर पर थी. उसने एक बार मेरी कनपटी पर पिस्टल सटा दी थी, जिससे मैं बड़ा अपमानित महसूस कर रहा था. जिसके बाद मेरे पास दो ही विकल्प थे, या तो खुद मर जाना या प्रधान को मरवा देना. वहीँ अभियुक्त अमित सिंह ने बताया कि प्रधान मनोज यादव ने मेरे बड़े पिता गोवर्धन सिंह को बेइज्जत करने के नियत से प्रधान मनोज ने अपने घर के सामने झाड़ू लगवाया था तथा उसका विडियो भी वायरल कर दिया था.
अभियुक्त प्रदीप सिंह ने बताया कि पंकज सिंह मेरे सगे रिश्तेदार हैं , उनके अपमान के बदले के लिए मैंने हत्या हेतु मैंने अपने परिचित सोनू सिंह व राहुल तिवारी से मिलवाया था. अभियुक्त सोनू सिंह ने बताया कि प्रदीप ने मेरी मुलाकात पंकज सिंह से कराई. इसके बाद पंकज सिंह, अमित सिंह व संतराम यादव ने मिलकर मुझे प्रधान मनोज यादव की हत्या के लिए 2 लाख 20 हजार रूपये सुपारी के तौर पर दिए. रुपया प्राप्त होने के बाद मैं अपने साथी राहुल तिवारी को लेकर पंकज सिंह के ट्यूबवेल पर तीन दिन रुका. इस दौरान मुझे प्रधान को पहचनवाया गया. जिसके उपरांत मैंने 9 अप्रैल की शाम को पैदल जाते हुए प्रधान को मोटरसाइकिल स्लो कर गोली मार दी. उस समय मोटरसाइकिल राहुल तिवारी चला रहा था.
Sabhi ko jivan karavas honi chahiye. Jativad ke mudde par en logo ne sajjan Pradhan Manoj yadav ko goli Mari. Lekin Mai ye bhi janta hu ki ye sab 6 mahine se jyada jel me nhi rahenge kyoki bjp sarkar hai aur upar se ye sab amir log hain