चकिया : कहा जाता है कि एक सिपाही देश के लिए ही जीता है और देश के लिए ही मरता है, अपनी मातृभूमि के लिए अपना तन मन धन सब न्योछावर कर देता है. उक्त पक्तियां चंदौली के बेटे सीआरपीएफ जवान विनय प्रताप सिंह पर बिल्कुल सटीक बैठती हैं. देश में ड्यूटी के दौरान देश के दुश्मनों से लड़ने के बाद अब यह सिपाही कोरोना वायरस के रोक थाम के लिए ड्यूटी में रहकर दोस्तों की मदद से मातृभूमि का सेवा कर रहा है. इस सब के दौरान भी सीआरपीएफ जवान विनय वाराणसी में अपनी ड्यूटी करते रहे.
अपने वेतन के पैसे से बटवाया भभौरा गाँव में मास्क व सैनीटाइजर
चकिया क्षेत्र के भभौरा गाँव निवासी विनय प्रताप सिंह ने 2011 में सीआरपीएफ की ड्यूटी ज्वाइन की थी. तब से लेकर अब तक देश के कई हिस्सों में उग्रवादियों से प्रभावित क्षेत्रों में ड्यूटी की है. वर्तमान में वह वाराणसी के ज्ञानवापी में तैनात हैं. ड्यूटी के दौरान ही जवान विनय ने अपने वेतन के पैसे से गाँव में मास्क व सैनीटाइजर का वितरण अपने गाँव के दोस्तों के सहयोग से किया. विनय का कहना है कि वह अपने पैसे से पुरे गाँव को सैनीटाइज भी कराएँगे और पुरे 2 माह की सैलरी मातृभूमि के लिए खर्च करेंगे.
[…] यह सीआरपीएफ जवान अपने वेतन से बाँट रहा… […]