चहनियां : पश्चिमी सभ्यता की चका – चौंध में जहाँ आज देश की अधिकांश युवा पीढ़ी अपनी सदियों पुरानी संस्कृति और सभ्यता को लगातार भूलती जा रही है और अपनी समृद्ध व गौरवशाली विरासत वाली संस्कृति सभ्यता को भूलकर पश्चिमी सभ्यता को अपनाते जा रही है. पिछले कुछ वर्षों से पश्चिमी सभ्यता का पर्व वैलेंटाइन डे भी तेजी से भारत में अपने पाँव पसारा है, जो कि समृद्ध , गौरवशाली भारतीय सभ्यता व संस्कृति को धूमिल करते जा रहा है. इन्ही सब के बीच हमारे जनपद चंदौली के बेटी रितिका ने अनोखे ढंग से वैलेंटाइन डे मनाकर समाज के सामने एक मिशाल पेश की.
पिता की पूजा कर रितिका ने मनाया वैलेंटाइन डे
जहाँ एक ओर देश के तमाम युवक – युवतियां अपने – अपने तरीके से वैलेंटाइन डे मना रहे वहीँ कक्षा 7 की छात्रा रितिका ने मिशाल पेश करते हुए अपने पिता की पूजा कर वैलेंटाइन डे को मनाया. वहीँ इस बारे में पूछने पर रितिका ने बताया कि दुनिया में माता – पिता से बढ़कर कोई नहीं है. इसीलिए माता – पिता की पूजा ही सर्वोपरि है वहीँ अपनी बेटी के इस हरकत पर गौरवान्वित पिता योगेन्द्र मिश्रा ने बताया कि शुक्रवार , वैलेंटाइन डे को अचानक जब मेरी बेटी, मेरे पास आकर मेरी पूजा करने लगी तब मुझे पता चला कि मैं एक ऐसी बेटी का पिता हूँ जिस पर मुझे हमेशा नाज होगा.