चंदौली : नीति आयोग द्वारा चयनित किये गए देश के 108 अति पिछड़े जिलों में चंदौली जनपद की स्थिति आये दिन सुधरती जा रही है. सितम्बर माह में नीति आयोग द्वारा जारी रैंकिंग में जनपद का 93वां स्थान था जबकि अक्टूबर माह की रैंकिंग में जनपद ने 6 स्थान की छलांग लगाते हुए 87वां स्थान हासिल किया. वहीँ नवम्बर माह की जारी रैंकिंग में जनपद ने 32 पायदान की छलांग लगाते हुए 55वें स्थान पर अपना कब्ज़ा जमाया. नीति आयोग द्वारा जारी रैंकिंग के अनुसार, जनपद लगातार शानदार प्रदर्शन जारी करते हुए विकास की ओर अग्रसर हो रहा है.
आयोग की ताजा रैंकिंग में मिला 21 वां स्थान
नीति आयोग द्वारा जारी दिसम्बर माह की रैंकिंग में चंदौली जनपद को, देश के 108 अति पिछड़े जिलों में 21 वां स्थान प्राप्त हुआ है. जनपद ने पिछले 4 माह में शानदार प्रदर्शन करते हुए, 72 पायदान की छलांग लगाई है. यह रैंकिंग शिक्षा, स्वास्थ्य व पोषण, मूलभूत सुविधाएँ, कृषि क्षेत्र में सुधार आदि मानकों में हुए सुधार के आधार पर जारी की गयी है. आयोग द्वारा जारी ताजा आकड़ों के अनुसार, जनपद को स्वास्थ्य व पोषण में 20 वां स्थान, शिक्षा में 31वां व कृषि में 52 वीं रैंकिंग हासिल हुई है.
अति पिछड़े जिलों की सूची से चंदौली जनपद को बाहर निकालने का हो रहा प्रयास
नीति आयोग द्वारा जारी ताजा रैंकिंग पर बोलते हुए सीडीओ चंदौली, डॉ ए के श्रीवास्तव ने बताया कि मूलभूत सुविधाएँ, शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्रों में हुई प्रगति से जनपद को 21वीं रैंक हासिल हुई है. जनपद को आकांक्षात्मक जिले के श्रेणी से बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है.