सैयदराजा : गरीबों के इलाज के लिए भारत सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजना “आयुष्मान भारत” का पलीता प्राइवेट हॉस्पिटल लगा रहे रहे हैं. ताजा मामला चंदौली स्थित स्वास्तिक हॉस्पिटल से जुड़ा हुआ है. उक्त प्राइवेट हॉस्पिटल पर पीड़ित मरीज के परिजन ने आयुष्मान भारत के तहत हुए इलाज में पैसे मांगने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही साथ, पीड़ित मरीज के पिता ने अस्पताल प्रशासन पर दुर्व्यवहार का आरोप भी लगाया है.
यह था पूरा मामला
सैयदराजा के इंद्रा नगर निवासी बदरुद्दीन राइन ने बताया कि विगत 3 मार्च को उनके 12 वर्षीय पुत्र महताब को बाएं हाथ में फ्रैक्चर हो गया था. जिसका इलाज कराने के लिए मैं चंदौली स्थित स्वास्तिक हॉस्पिटल गया. अस्पताल में भर्ती होने के उपरांत 6 मार्च को मेरे पुत्र का ऑपरेशन आयुष्मान भारत के तहत किया गया तथा 8 मार्च को मेरे पुत्र को डिस्चार्ज कर दिया गया और मैं अपने बच्चे सहित घर आ गया.
पीड़ित मरीज के पिता बदरुद्दीन राइन ने बताया कि, 9 मार्च को अस्पताल की तरफ से मेरे मोबाइल पर फ़ोन किया गया कि बच्चे को लेकर अस्पताल में आ जाओ, उसकी फोटो खींचकर लखनऊ भेजना है. इसके बाद मैं जब बच्चे को लेकर हॉस्पिटल पहुंचा तो हॉस्पिटल द्वारा मुझसे 20 हजार रूपये की मांग की गयी और पैसे नही देने पर हमे बंधक बनाया गया. इस दौरान किसी तरह मैंने 6800 रूपये मैंने जमा किया तब जाकर अस्पताल प्रशासन ने मुझे छोड़ा.
जिला समन्वयक अधिकारी से की शिकायत
हॉस्पिटल द्वारा पैसे मांगे जाने की शिकायत बदरुद्दीन ने , लखनऊ में तैनात विभागीय अधिकारी से की जिस पर विभागीय अधिकारी ने जिला मुख्यालय पर तैनात विभागीय अधिकारी को जांच करने को निर्देशित किया. इसी क्रम में जिला समन्वयक अधिकारी घनश्याम ने बताया कि पीड़ित के परिजन से मामले की जानकारी लेकर, रिपोर्ट विभागीय उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर दी गयी है.