सदर : चंदौली जनपद के नाम को बदलने के लिए समय समय पर मांग उठती रही है. इसी क्रम में चंदौली जनपद का नाम वाराणसी देहात करने के लिए युवा संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी को पत्रक सौंपा. युवा संघर्ष मोर्चा के संयोजक शैलेन्द्र पाण्डेय की अगुआई में कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम सम्बंधित मांग पत्र राज्यमंत्री को सौंपा. मोर्चा की इस मांग को राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी ने सीएम योगी आदित्यनाथ तक पहुँचाने का आश्वासन दिया. विदित हो कि मोर्चा के कार्यकर्ता लम्बे समय से जनपद का नाम वाराणसी देहात करने के लिए प्रयास कर रहे हैं.
पुरे भारतवर्ष में पहचान के लिए जनपद का नाम वाराणसी से सम्बंधित होना आवश्यक
युवा संघर्ष मोर्चा के संयोजक शैलेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि 1997 में वाराणसी से पृथक कर चंदौली जनपद बनाया गया और जनपद को चंदौली जिला का नाम दिया गया, जो नाम कहीं से भी विशिष्ट पहचान नहीं रखता है. इसलिए पुरे भारतवर्ष में पहचान के लिए चंदौली जनपद का नाम वाराणसी देहात किया जाना चाहिए. चंदौली जनपद का नाम वाराणसी देहात किया जाना , जनपद की देशव्यापी पहचान के लिए उचित होगा. 20 साल से संघर्ष कर रहे चंदौली जनपद को उसके पुरानी पहचान की दरकार है.
प्रधानमंत्री कार्यालय वाराणसी में राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी को ज्ञापन देने वालों में आयुष चन्द्र राजपूत, सुदर्शन त्रिपाठी, संजीव पाण्डेय, रूद्र, गौतम सहित कई युवा संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ता उपस्थित रहे.
में पूर्णतः असहमत हूँ , वाराणसी देहात रखने से जनपद को कोई पहचान नही मिलने वाली , अगर जनपद को पहचान दिलानी ही है तो पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री जी के नाम पर जनपद के नाम लाल बहादुर शास्त्री नगर होना चाहिए !!
[…] […]