PDDU नगर (मुगलसराय) : “आज 2 अक्टूबर को पूरा देश, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 114वीं जयंती मना रहा है, मगर ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि आजादी के 71 साल बाद भी पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जन्मस्थली वीरान पड़ी हुई है. पूर्व की सरकारों व वर्तमान सरकार के भी कई माननीयों ने शास्त्री जी के जन्मस्थली के विकास के लिए आश्वासन तो दिए पर पर वो आश्वासन सिर्फ आश्वासन बन कर ही रह गये. सरकारों की अनदेखी से आज भी शास्त्री जी की जन्मस्थली पूरी तरह बदहाल है.” उक्त बातें लाल बहादुर शास्त्री न्यास के संयोजक कृष्णा गुप्ता ने, पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री के जयंती की पूर्व संध्या पर मशाल जुलूस निकालने के दौरान कहीं.
शास्त्री जी के जन्मस्थली के विकास की मांग
पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री जी के जयंती की पूर्व संध्या पर, न्यास व कई स्वंयसेवी युवाओं ने मशाल जुलूस निकाल कर शास्त्री जी के जन्मस्थली का विकास करने की मांग की. जुलूस में वक्ताओं ने एक सूर में कहा कि जिस प्रधानमंत्री ने भारत देश का सिर पुरे विश्व में ऊँचा किया , आज उन्ही की जन्मस्थली वीरान पड़ी हुई है, यह पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण है. मशाल जुलूस के दौरान युवाओं ने “शास्त्री जी का ये अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान” , “शास्त्री जी अमर रहें”, “शास्त्री जन्मस्थली राष्ट्रीय धरोहर घोषित हो” , “रेलवे स्टेशन का नाम शास्त्री जी के नाम से हो” आदि नारे लगाये.
मशाल जुलूस में अभिमन्यु सिंह, संतोष पाठक, पिंटू चौधरी, सुरेश यादव, भागवत मिश्रा, जितेन्द्र, आकाश जायसवाल, शंकर चौहान, नारायण गोंड़, टीपी गुप्ता , भागवत चौरसिया, कुमार नन्द जी सहित कई न्यास व स्वंयसेवी युवा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया.