चकिया : फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहा सहायक अध्यापक दर्शन सिंह की सेवा बुधवार को बीएसए ने समाप्त कर दी. दर्शन सिंह मूल रूप से अलीगढ जनपद का निवासी था व उसे पिछले 25 नवम्बर को जनपद में सहायक अध्यापक के रूप में तैनाती मिली थी. बर्खास्त होने से पहले दर्शन सिंह प्राथमिक विद्यालय इन्द्रपुरवा , दक्षिणी चकिया में तैनात था. बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि विभाग की तरफ से भर्ती किये गए सभी सहायक अध्यापको की प्रमाण पत्रों का सत्यापन , सम्बंधित संस्थाओं से कराया जा रहा है, जिसमे यह मामला सामने आया है.
डीएड का प्रमाण पत्र मिला फर्जी
दर्शन सिंह ने सहायक अध्यापक की भर्ती में डीएड (डिप्लोमा इन एजुकेशन) का फर्जी प्रमाण पत्र लगा कर नौकरी प्राप्त की थी. विभाग द्वारा प्रमाण पत्रों के सत्यापन के दौरान बीएसए कार्यालय को रिपोर्ट मिली कि सहायक अध्यापक दर्शन सिंह की डिग्री फर्जी है, जिस पर बीएसए ने त्वरित करवाई करते हुए दर्शन सिंह को बर्खास्त कर दिया. मामले की जानकारी होने पर दर्शन सिंह ने भी अपना इस्तीफा दे दिया है. हालांकि इस अवधि में दर्शन सिंह को विभाग की तरफ से कोई वेतन प्राप्त नहीं हुआ है फिर भी विभाग से धोखा – धड़ी करने के लिए दर्शन सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की करवाई चल रही है. दर्शन सिंह ने अलीगढ़ विश्वविद्यालय का फर्जी डीएड प्रमाण पत्र लगाया था.
विदित हो कि इस बैच में कूल 203 अभ्यर्थियों ने सहायक अध्यापक की नौकरी प्राप्त की थी , फ़िलहाल विभाग की तरफ से सभी अभ्यर्थियों का प्रमाण पत्र का सत्यापन, सम्बंधित संस्थानों से कराया जा रहा है. बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि बगैर सत्यापन रिपोर्ट आये किसी भी नवनियुक्त शिक्षक को वेतन नहीं दिया जा रहा है.