सदर : बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारी 9 अप्रैल से 72 घंटे कार्य बहिष्कार करेंगे. बिजली विभाग के कर्मचारियों की यह हड़ताल बिजली विभाग में हो रहे निजीकरण के खिलाफ है. बिजलीकर्मियों ने सरकार को चेतावनी दे है कि यदि उनकी मांगे 8 अप्रैल तक नहीं मानी जाती है तो वे 9 अप्रैल की सुबह से 72 घंटे तक हड़ताल करेंगे और इस सब की जिम्मेदारी सरकार की होगी. बिजली विभाग निजीकरण के खिलाफ उर्जा क्षेत्र के कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है.
72 घंटे डीएम व एसपी संभालेंगे बिजली की जिम्मेदारी
9 अप्रैल को बिजली विभाग के अधिकारीयों व कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने की घोषणा के बाद शासन पूरी तरह सतर्क हो गया है. इस दौरान बिजली आपूर्ति की जिम्मेदारी शासन ने डीएम के कन्धों पर डाली है. इस कार्य में डीएम की सहायता के लिए एसपी व जिले के कुछ अन्य शीर्ष अधिकारी मदद करेंगे. डीएम कार्यालय से कण्ट्रोल रूम संचालित किया जायेगा. इस दौरान जिला प्रशासन यह विशेष ध्यान रखेगा की जरुरी जगहों, जैसे , अस्पतालों , स्कूलों , रेलवे आदि जगहों पर आपूर्ति बाधित न हो.
72 घंटे के लिए इनकी ली जाएगी मदद
72 घंटे हड़ताल के दौरान वैकल्पिक व्यवस्था के तहत तकनीकी सुधार की जिम्मेदारी NTPC व पॉवर ग्रिड को दी गयी है. वहीँ आपूर्ति बनाये रखने के लिए/ सब स्टेशनों के संचालन के लिए निजी आईटीआई के अनुदेशकों , प्रशिक्षित होमगार्ड व विद्युत् ठेकेदार करेंगे.