गाँजा तस्करी में पुलिस के हत्थे तीन अपराधी चढ़े जिनकी पास से करीब 35 किलो गाँजा की खेप मिली जो उड़ीसा से कार में भर कर लाई जा रही थी। घटना उस समय की है जब सकलडीहा थाना तलाशी करते हुए चिलहारी चौराहा पर पहुंचे जहां पर गाड़ी रोककर पुलिस प्रशासन सर्विलान्स सेल से मुलाकात कर रहे थे तभी अमड़ा की तरफ से आ रही एक विटारा ब्रेजा गाड़ी पुलिस को देख कर वापस घूमकर जाने लगी। शक के दायरे मे आते ही पुलिस ब्रेजा की तरफ दौड़कर घेराबंदी कर लिया। कार की तलाशी लेने पर कार में बैठे तीन तस्करों के साथ साथ 7 बंडलों में करीब 35 किलो गाँजा मिला जो उड़ीसा से खरीद कर ला रहे थे।
तीनों तस्कर लंबे समय से थे धंधे में
तीनों तस्करों में पहला जो अपना नाम सतीश सिंह(47) पुत्र महेंद्र प्रताप सिंह ग्राम फेसुड़ा थाना सैयदराजा का निवासी बताया। पूछताछ करने पर उसने बताया की वह अपने भाई की पत्नी की दहेज हत्या करने के मामले में 7 वर्ष तक जेल में रहा तथा सर्वोच्च न्यायालय से जमानत मिलने पर छूटकर गाँजा की तस्करी करने लगा। उसने बताया की गाँजा की तस्करी में वह उड़ीसा में भी 7 महीने जेल की सजा काट चुका है।
वहीं दूसरा तस्कर समरेन्द्र सिंह उर्फ छोटू पुत्र अमित सिंह ग्राम फेसुड़ा थाना सैयदराजा का निवासी है जिसने बताया कि दिवाली के समय इस गाड़ी में उड़ीसा से गाँजा लाकर गांवों में फूटकर तौर पर बेचते हैं।
तीसरा तस्कर विकी प्रसाद पुत्र स्व. सजान प्रसाद ग्राम बड़हरा थाना बड़हरा जिला भोजपुर बिहार का निवासी है जिससे पूछताछ में पता चल ये तीनों तस्कर काफी दिनों से गांजे की तस्करी का धंधा कर रहे हैं।इस क्रम में विकी प्रसाद उड़ीसा में 2019 में गांजे की तस्करी में दो वर्ष से अधिक जेल में रहा।
तीनों तस्करों को न्यायिक रिमांड में लेकर जिला कारागार वाराणसी भेज रहा है।